🔴 "जिस डाल पर बैठे थे गधे, उसी को काट डाला!"— अमेरिका और इज़राइल की बेवकूफियों पर डॉलर अंकल को रोना आया


✍️ हसनैन मुस्तफा


“अगर किसी ताक़तवर को खुद को बरबाद करना हो, तो सबसे आसान तरीका है— ईरान से पंगा ले लेना।”

और ये काम एक बार फिर कर दिखाया है दुनिया के दो "खुद को खुदा समझने वाले" मुल्कों ने — अमेरिका और इज़राइल ने।

इन दोनों ने होर्मुज़ की खाड़ी की ओर जो चिंगारी फेंकी है, वो अब खुद उनके पेट्रोल पंपों पर आग बनकर भड़केगी। क्योंकि इस बार मामला सिर्फ जंग का नहीं, जिन्दगी की नसों में बहते तेल का है


🌍 हमला ईरान पर नहीं, पूरी इंसानियत पर हुआ है

अमेरिका और इज़राइल ने मिसाइलें ईरान के आसमान पर दागी हैं, लेकिन असर पूरी दुनिया की ज़मीन पर हुआ है।

महंगाई का राक्षस अब हर देश की रसोई में घुस आया है।
हर ड्राइवर की आंख में आँसू हैं, और हर फैक्ट्री के धुएं में घुटन।

क्यों?

क्योंकि दुनिया के तेल का 50% रास्ता — Strait of Hormuz — अब बारूद के ढेर पर खड़ा है।


🚢 100 से ज्यादा  टैंकर भाग रहे हैं, जैसे मुर्गियां तूफ़ान से पहले भागती हैं

होर्मुज़ से 100 बड़े तेल टैंकर ऐसे निकलने को बेचैन हैं जैसे स्कूल के बच्चे छुट्टी की घंटी के बाद।
तेल कंपनियों की सांसें अटकी हैं, शेयर बाजार की धड़कनें रुकी हैं, और अमेरिका-इज़राइल की अकड़ — अब सिर्फ ट्वीट्स में बची है।


🇮🇷 ईरान की शराफत, अब अमेरिका की आफ़त

बरसों से ईरान ने तहज़ीब का दामन थाम रखा था।
नजाकत से बोला, नफासत से चला।
दुनिया को दिखाया कि ताकत का मतलब तबाही नहीं, तहज़ीब होती है।

लेकिन अब?
अब ईरान की चुप्पी भी हथियार बन गई है।
उसका तेल, अब सिर्फ ईंधन नहीं, ग्लोबल इकोनॉमी का गला है — और वह गला ईरान के हाथ में है।


💰 तेल अब बिकेगा 5 गुना दाम पर — और वाहवाही भी साथ में मिलेगी

दुनिया कहती थी, “तेल कहां से लाएं?”
अब कहेगी, “तेल ईरान से लाएं, पर नज़रों से न गिरें!”

10% तेल दुनिया का ईरान के पास
लेकिन होर्मुज़ का रास्ता बंद तो
80% वैश्विक सप्लाई पर असर

यानी —
तेल ईरान का, दुख अमेरिका का, मुनाफा खाड़ी का।

अब खाड़ी देशों के चेहरे पर रौनक है।
जंग के बहाने जो दाम बढ़े हैं, वो इमारतों की ऊंचाईयों की तरह ऊपर चढ़ते जाएंगे।


🧠 अमेरिका-इज़राइल: अकल के अंधे, हथियार के प्यादे

इनकी रणनीति देखिए —
खुद के ही ईंधन सप्लाई चेन को बम से उड़ा दिया,
अपने डॉलर को खुद डुबा दिया,
अपनी साख को खुद रगड़ दिया।

क्या इसे रणनीति कहें या मूर्खता?

"जिस डाल पर बैठे थे, गधे ने उसी को काट डाला!"


🔥 अब हर पेट्रोल पंप बोलेगा — सलाम ईरान!

आज दुनिया की हर गाड़ी में जलता हुआ पेट्रोल
ईरान की ताकत की गवाही देगा।
हर टैक्सी ड्राइवर, हर फैक्ट्री मालिक, हर पायलट —
कहेंगे:
"तेल महंगा हुआ, पर अब समझ आया — ईरान सस्ता नहीं था!"


  • अमेरिका और इज़राइल की अकड़ अब उनके तेल टैंकों में सिसक रही है।
  • ईरान की शांति अब उसकी सबसे बड़ी ताक़त बन गई है।
  • खाड़ी में अब सिर्फ गैस नहीं, मुस्कानें भी फूट रही हैं।
  • और दुनिया — अब तेल के ज़रिए ईरान से अदब सीख रही है।

📣 याद रखो!
तेल अब सिर्फ ऊर्जा नहीं, इज़्ज़त भी है।
और ईरान अब सिर्फ मुल्क नहीं, मज़बूती का नाम है।


#ईरान_का_तेल
#अमेरिका_की_नाकामी
#इज़राइल_की_बेवकूफी
#ग्लोबल_तेल_क्रांति

“हमें जंग से डर नहीं, जंग से मुनाफा आता है — बस, शराफत की हद पार न हो।” – ईरान

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