आगरा। इंसानियत, सादगी और ईमानदारी का दूसरा नाम माने जाने वाले बेहद नेकदिल जेलर सिब्ते हसन जाफरी साहब का अचानक हार्ट अटैक से इंतकाल हो गया। इस खबर से पूरे इलाके में गम और मातम का माहौल है।
सिब्ते हसन जाफरी साहब ने जेल प्रशासन में अपने लंबे सफ़र के दौरान आगरा, फर्रुखाबाद और इटावा में यादगार पोस्टिंग दी। वे न सिर्फ एक सख्त और इंसाफपसंद अफसर थे बल्कि कैदियों की सुधार और इंसानियत की सोच रखने वाले अफसर के तौर पर भी हमेशा याद किए जाएंगे। उनके चाहने वालों का कहना है कि उन्होंने अपने पूरे दौर-ए-खिदमत में फर्ज़ को इबादत समझकर अंजाम दिया।
उनके बड़े भाई मेहदी हसन जाफरी साहब इलाहाबाद हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार रहे हैं, जबकि उनके भाई डॉ. हादी हसन जाफरी और डॉ. महमूद हसन जाफरी आगरा के मशहूर चिकित्सक हैं। यह खानदान इल्म, अदब और इंसानियत में अपनी मिसाल रखता है।
सिब्ते हसन जाफरी साहब अपने पीछे चार बेटियाँ और एक बेटा छोड़ गए हैं। उनकी औलाद और घराने के लिए यह सदमा किसी बड़े तूफ़ान से कम नहीं है।
मरहूम की नमाज-ए-जनाज़ा के बाद उन्हें आज मजार-ए-शहीद-ए-सालिस, आगरा में शाम को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा।
उनके इंतकाल को समाज, अफसरशाही और उनके चाहने वाले लोग एक अपूरणीय क्षति मान रहे हैं। उनके चाहने वालों की जुबान पर बस यही दुआ है:
"इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजिऊन – अल्लाह मरहूम को अपनी रहमत में जगह अता फरमाए और लवाहिकीन को सब्र-ए-जमील दे।"
हमारी वेबसाइट का उद्देश्य
समाज में सच्चाई और बदलाव लाना है, ताकि हर व्यक्ति अपने हक के साथ खड़ा हो सके। हम आपके सहयोग की अपील करते हैं, ताकि हम नाजायज ताकतों से दूर रहकर सही दिशा में काम कर सकें।
कैसे आप मदद कर सकते हैं:
आप हमारी वेबसाइट पर विज्ञापन देकर हमें और मजबूती दे सकते हैं। आपके समर्थन से हम अपने उद्देश्य को और प्रभावी ढंग से पूरा कर सकेंगे।
हमारा बैंक अकाउंट नंबर:
- बैंक का नाम: Bank Of India
- खाता संख्या: 681610110012437
- IFSC कोड: BKID0006816
हमारे साथ जुड़कर आप हक की इस राह में हमारा साथी बन सकते हैं। आपके सहयोग से हम एक मजबूत और सच्ची पहल की शुरुआत कर सकेंगे।